Amarnath Yatra 2023: जम्मू-कश्मीर-राष्ट्रीय राजमार्गों की ड्रोन से निगरानी, अमरनाथ यात्रा से पहले बढ़ाई गई सुरक्षा

Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई से दो महीने के लिए शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. शनिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन ने आगामी हिंदू तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की.

ड्रोन से की जा रही चप्पे-चप्पे की निगरानी

ड्रोन से की जा रही चप्पे-चप्पे की निगरानी

Amarnath Yatra 2023: 1 जुलाई से दो महीने के लिए शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. शनिवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक सुजॉय लाल थाओसेन ने आगामी हिंदू तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा की. बताया गया है कि सुरक्षा बल निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का उपयोग कर रहे हैं.

सीआरपीएफ के ट्वीट के मुताबिक, अपनी जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान, सीआरपीएफ के महानिदेशक थाओसेन ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें आगामी अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर बल की सुरक्षा तैयारियों की जांच की गई. उन्होंने अधिकारियों को सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने के लिए हर उपाय को सख्ती से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने भी जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कई कस्बों का दौरा किया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.

RCIID और जैमर भी लगाए गए

बता दें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) और इसके आस-पास की लिंक सड़कों पर 24/7 निगरानी रखने के लिए रिमोट कंट्रोल्ड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (RCIID) जैमर सहित हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरों के साथ अत्याधुनिक ड्रोन लगाए हैं.

एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षित और व्यवस्थित प्रगति सुनिश्चित करने के लिए सीआरपीएफ, विशेष रूप से उधमपुर स्थित 137वीं बटालियन द्वारा एक हाई-टेक प्रणाली लगाई गई है. उन्होंने कहा, “उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरों से लैस ये अत्याधुनिक ड्रोन राष्ट्रीय राजमार्ग और उससे जुड़े मार्गों पर सतर्कता से निगरानी कर रहे हैं.”

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बताते चलें कि सेना के जवान अगामी तीर्थयात्रा को देखते हुए मुस्तैदी से एनएच पर नजर बनाए हुए हैं. सुरक्षा व्यवस्था इस प्रकार है कि परिंदा भी पर ना मार सके. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के प्रति सीआरपीएफ के दृढ़ समर्पण ने उन्हें एनएच-44 पर तैनात अपने वाहनों को रिमोट कंट्रोल्ड इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइ जैमर सहित अत्याधुनिक उपकरणों से लैस करने के लिए प्रेरित किया है.

-भारत एक्सप्रेस

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