भारत और आसियान आर्थिक संबंधों को मजबूत करने को प्रतिबद्ध, बढ़ रहा द्विपक्षीय व्यापार

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन ‘आसियान’ भारत के साथ अपने आर्थिक संबंधों को मजबूती दे रहा है. इस संगठन में शामिल देश आपस में आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने के लिए भी कार्य करते हैं. इसका मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है.

बैठक में 10 आसियान देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) ने भाग लिया.

भारत और आसियान ने सोमवार को इंडोनेशिया के सेमारंग में आर्थिक मंत्रियों की बैठक के दौरान दोनों पक्षों के बीच संबंधों को मजबूत करने और बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. भारतीय वाणिज्य मंत्रालय ने इस बारे में बयान जारी किया.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने 20वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और इंडोनेशिया के व्यापार मंत्री डॉ. ज़ुल्किफली हसन के साथ बैठक की सह-अध्यक्षता की. बैठक में सभी 10 आसियान देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम) के आर्थिक मंत्रियों या उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया. वहीं, लोकतांत्रिक गणराज्य तिमोर-लेस्ते भी पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में शामिल हुआ.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “मंत्रियों ने भारत और आसियान के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों की समीक्षा की और भारत और आसियान के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने और बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी दोनों पक्षों के लिए सार्थक लाभ प्रदान करती है, “.

आंकड़ों के अनुसार, भारत और आसियान ने 2022-23 में 131.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार किया. 2022-23 में भारत के वैश्विक व्यापार में आसियान के साथ व्यापार का हिस्सा 11.3 प्रतिशत था. अब यह द्विपक्षीय व्यापार और बढ़ने वाला है. कई देशों के भारत के साथ समझौते हुए हैं.

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