ग्रीन हाइड्रोजन के बल पर दुनिया का पावर हाउस बन सकता है भारत: हरदीप सिंह पुरी

ग्रीन हाइड्रोजन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन दिवस पर उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन, अन्य हरित ईंधन के साथ, भारत के वर्तमान 200 बिलियन डॉलर के ऊर्जा आयात बिल को भविष्य में 300 बिलियन डॉलर के निर्यात लाभ में बदल सकता है.

Green Hydrogen

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Green Hydrogen: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन में भारत को ऊर्जा आयातक से ऊर्जा प्रदाता और निर्यातक में बदलने की क्षमता है. ग्रीन हाइड्रोजन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन दिवस पर उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन, अन्य हरित ईंधन के साथ, भारत के वर्तमान 200 बिलियन डॉलर के ऊर्जा आयात बिल को भविष्य में 300 बिलियन डॉलर के निर्यात लाभ में बदल सकता है. हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और भंडारण के लिए पर्याप्त मांग और क्षमता के मामले में भारत को लाभ है. इस हरित ईंधन का केंद्र बनने के लिए जो भी महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं, भारत सभी को पूरा करता है.

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बता दें कि तीन दिवसीय सम्मेलन में 2,700 से अधिक प्रतिनिधियों, 135 वक्ताओं, सात पूर्ण सत्रों, 16 तकनीकी सत्रों और चार पैनल चर्चाओं के साथ विचार-विमर्श हुआ. मंत्री ने इस उभरते क्षेत्र में वित्तपोषण की चुनौती के बारे में भी बात की. हालांकि, उन्हें उम्मीद थी कि बढ़ती मांग के साथ अधिक से अधिक बैंक हरित हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव की परियोजनाओं को स्वतंत्र रूप से वित्तपोषित करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रमुख वित्तीय संस्थानों ने पहले ही भारत में निवेश करने में गहरी दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है.

-भारत एक्सप्रेस

 

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