chandrayaan-3

Rohit Rai




भारत एक्सप्रेस


रूस के लूना-25 मिशन के विफल होने के बाद, सभी की निगाहें भारत पर होंगी क्योंकि उसका चंद्रयान-3 23 अगस्त, 2023 (बुधवार) को लगभग 18:04 IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है.

चंद्रयान-3 लैंडिंग: भारत अंतरिक्ष क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोलना चाहता है क्योंकि उसका लक्ष्य वैश्विक प्रक्षेपण बाजार में अपनी हिस्सेदारी पांच गुना बढ़ाने का है.

एक महत्वपूर्ण विकास में, चंद्रयान -2 ऑर्बिटर जो पहले से ही चंद्रमा के चारों ओर तय किया गया था, ने सोमवार को चंद्रयान -3 के लैंडर मॉड्यूल के साथ दो-तरफा कनेक्शन स्थापित किया.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को आगामी चंद्र मिशन, चंद्रयान 3 की प्रगति पर विश्वास व्यक्त किया.

Lunar Mission: भारतीय अंतरिक्ष संघ के महानिदेशक एके भट्ट (सेवानिवृत्त) ने कहा कि, चंद्र अर्थव्यवस्था अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में भी योगदान देगी जो विकास पथ पर है.

Chandrayaan-3: पिछले महीने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने चंद्रयान- 3 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की थी. भारत के इस बहुप्रतिक्षित कार्यक्रम का देश ही नही बल्कि पूरी दुनिया ने सराहना कर बधाई दी थी.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ) ने कहा कि भारत के तीसरे चंद्रमा मिशन, चंद्रयान -3 ने मंगलवार को अपनी अंतिम कक्षा बढ़ाने की प्रक्रिया पूरी कर ली.

चंद्रयान-3, जो अगले महीने चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला है, वर्तमान में पृथ्वी के चारों ओर अण्डाकार कक्षाओं में चक्कर लगा रहा है, और क्रमिक रूप से इन कक्षाओं की ऊंचाई बढ़ा रहा है.

Chandrayaan 3 Is successful: चंद्रयान-3 की सफलता देश भर के युवाओं को यह संदेश देगी कि भारतीय धरती पर गुणवत्तापूर्ण वैज्ञानिक अनुसंधान करना और बदलाव लाना संभव है. चंद्रयान-3 के अगले महीने के आखिरी सप्‍ताह में चांद पर पहुंचने की उम्‍मीद है.

Chandrayaan-3: चांद के लिए भारत का बहुप्रतीक्षित चंद्रयान-3 लॉन्च हो चुका है. 14 जुलाई की दोपहर 2:35 बजे आंध्र प्रदेश स्थित श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्‍पेस सेंटर से इसे लॉन्च किया गया. वहीं, Chandrayaan-3 की सफल लॉन्चिंग को लेकर भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने इसरो-भारत को बधाई दी है.